-प्रत्येक प्रश्न-पत्र में अलग-अलग न्यूनतम अर्हक अंक होंगे।
2.
कि उत्तर प्रदेश में शिक्षक पात्रता टेस्ट परीक्षा 2012 न्यूनतम अर्हक अंक के लिए प्रदान की गई है.
3.
-प्रश्नपत्र दो का मूल्यांकन केवल उन उम्मीदवारों का किया जाएगा, जो प्रश्न-पत्र में एक में न्यूनतम अर्हक अंक प्राप्त करते हैं।
4.
(दोनों 300-300 अंक के) केवल क्वालिफाइंग नेचर के होते हैं, यानी इसमें केवल आयोग द्वारा निर्धारित न्यूनतम अर्हक अंक पाना होता है।
5.
(दोनों 300-300 अंक के) केवल क्वालिफाइंग नेचर के होते हैं, यानी इसमें केवल आयोग द्वारा निर्धारित न्यूनतम अर्हक अंक पाना होता है ।
6.
(दोनों 300-300 अंक के) केवल क्वालिफाइंग नेचर के होते हैं, यानी इसमें केवल आयोग द्वारा निर्धारित न्यूनतम अर्हक अंक पाना होता है ।
7.
परीक्षा में याचिकाकर्ताओं दिखाई दिया है, और न्यूनतम अर्हक अंक के रूप में प्रदान की गई है कि 60 हासिल करने वाले उम्मीदवारों और ऊपर के निशान
8.
ध्यान देने वाली बात यह है कि इन दोनों प्रश्रन्पत्रों में न्यूनतम अर्हक अंक हासिल करने वाले अभ्यर्थियों के ही शेष प्रश्रन्पत्रों के उत्तर पत्रकों की जांच की जाएगी।
9.
इस तरह की स्थिति घातक हो सकती है, क्योंकि यदि आप पहले पेपर में न्यूनतम अर्हक अंक (Minimum Qualifying Marks) नहीं ला पाएंगे, तो शेष कॉपी नहीं जांची जाएगी।
10.
सामान्य हिन्दी (या कोई अन्य भारतीय भाषा) और सामान्य अंग्रेजी के अनिवार्य पेपर (दोनों 300-300 अंक के) केवल क्वालिफाइंग नेचर के होते हैं, यानी इसमें केवल आयोग द्वारा निर्धारित न्यूनतम अर्हक अंक पाना होता है।